थाना कालुखेडा जिला रतलाम पुलिस द्वारा हत्या का खुलासा

दिनांक 14 मार्च 2025 को फरियादी रमेश पिता प्रभुलाल दडिग उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम रानीगाँव द्वारा रिपोर्ट की गई थी, कि रात्री के करीब 10.00 बजे उसकी बहन चन्दा बाई का पति बंशीलाल पिता हरदेव एरवाल निवासी ग्राम खोडाना आया और घर के अदंर सो रही चन्दा बाई पर धारदार चाकू से पेट में , पीठ पर ,कमर पर व बाहो पर वार किये और बंशीलाल एरवाल घटना स्थल से भाग गया चन्दा बाई को ईलाज के लिये सी.एच. जावरा ले गये, जहां पर दोराने ईलाज उसकी मृत्यु हो गई। फरियादी रमेश पिता प्रभुलाल दडिग की सूचना पर देहाती नालसी से लेख की जाकर असल अपराध क्रमांक 44/2025 धारा 103(1), 332(ए), बी,एन,एस, का कायम कर विवेचना मे लिया गया।

घटना की गभींरता के दृष्टिगत पुलिस अधिक्षक रतलाम अमित कुमार के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक राकेश खाखा , एस.डी.ओ.पी. जावरा संदीप मालवीय के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी आनन्दसिहं आजाद के नेतृत्व में थाना कालुखेडा द्वारा टीम बनाकर लगातार प्रयास कर घटना के 24 घण्टे के अन्दर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुछताछ के दौरान आरोपी द्वारा बताया गया कि उसे उसकी पत्नि चन्दा बाई पर चरित्र शंका थी, इस कारण दोनो करीब चार माह से अलग-अलग रह रहे थे। चन्दा बाई अपेन पियर ग्राम रानीगाँव उसके भाई रमेश के घर रह रही थी। फिर दिनांक 12 मार्च 2025 को परिवार के कार्यक्रम अंतिम सस्कार में ग्राम नवेली गये थे।

जहाँ पर चन्दा बाई द्वारा आरोपी को ईशारे कर चिढाया और बोली कि “अब मे किसी से भी बात कर सकती हूँ और तेरे सामने बात करूंगी”, इस बात से परेशान होकर दिनांक 14 मार्च 2025 के करीब 10.00 बजे उसके पियर ग्राम रानीगाँव में जाकर घर के अन्दर सो रही चन्दा बाई पर चाकू से ताबडतोड वार किया, जिससे ईलाज के दोरान उसकी मृत्यु हो गई। तफ्तीश के दोरान दिनांक 15 मार्च 2025 को आरोपी बंशीलाल पिता हरदेव एरवाल उम्र 41 वर्ष निवासी ग्राम खोडाना थाना भावगढ जिला मन्दसौर (म.प्र.) को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से मोटरसायकल और घटना में प्रयुक्त चाकू ज़प्त किया गया।

इस घटना के आरोपी बंशीलाल पिता हरदेव एरवाल उम्र 41 वर्ष जाति चर्मकार निवासी ग्राम खोडाना थाना भावगढ जिला मन्दसौर (म.प्र.) को पकड़ने में निरीक्षक आनन्दसिहं आजाद थाना प्रभारी कालुखेडा, उनि अल्केश सिगांड चौकी प्रभारी मावता, आरक्षक चालक असलम, सैनिक 1029 दिलीप नगर व प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, आरक्षक विपुल सायबर सेल रतलाम की महत्वपूर्ण भूमिका रही

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