सायबर अपराधियों को कश्मीर से गिरफ्तार करने मे जीआरपी भोपाल पुलिस को मिली बडी सफलता

ट्रेन मे मोबाईल चोरी कर ऑनलाईन बैंकिग के माध्यम से चोरी करने वाले सायबर अपराधियों को कश्मीर से पकड़ा

फोटो में जीआरपी भोपल टी.आई. ज़ाहिर खान और टीम

रेल इकाई भोपाल मे पंजीबद्व सनसनीखेज आईटी एक्ट के मामले मे पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल राहुल कुमार लोढा के कुशल मार्गदर्शन मे एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल नीतू डाबर, उप पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल रामस्नेही चौहान द्वारा दिये निर्देशों के पालन मे थाना प्रभारी निरी. जहीर खान के कुशल नेतृत्व मे एक टीम का गठिन थाना जीआरपी भोपाल के द्वारा किया गया। अपराध क्रमांक 481/25 धारा 305(सी), 317(5) बीएनएस 66, बीसीडी आईटी एक्ट मे सनसनीखेज मामले के सम्बन्ध में जीआरपी भोपाल ने खुलासा किया। यह घटना तब सामने आई जब दिनांक 06-05-2025 को फरियादी तनवीर आलम निवासी सागर ने थाना जीआरपी भोपाल मे जाकर अपने मोबाइल चोरी होने के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज कराई और बताया की हजरत निजामुद्दीन से भोपाल की यात्री ट्रैन राजधानी एक्स. के एसी/3 कोच मे सफर करते समय उस समय चोरी हो गया जब वह चार्जिंग पवाईंट पर चार्ज के लिए लगा हुआ था।
रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 481/25 को धारा 305(सी) बीएनएस में पंजीबद्व कर जाँच प्रारंभ की गई। जब पुनः कुछ दिन बाद प्रार्थी ने अपने पूरक कथनों मे बताया कि चोरी गया मोबाईल नम्बर उसके दो बैंक खातो से जुडा था और उसे पता चला है कि उसके बैंक खातों से करीव साढे पांच लाख रूपयें निकल गये है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा को अवगत कराया जिसपर उनके द्वारा टीम गठित कर मामले को प्राथमिकता तौर पर जाँच हेतु निर्देश दिये गये। इसी क्रम मे थाना प्रभारी जीआरपी भोपाल व टीम की सहायता से प्रार्थी के खातों के बैंक स्टेटमेंट एवं आगे के खातों मे पैसा पहुंचने की चैन बनाई गई जिसमें यह ज्ञात हुआ कि गिफ्ट कार्ड के माध्यम से आईफोन मोबाईल खरीदा गया था। आरोपियों ने फरियादी के आईफ़ोन से पैसा अपने गिफ्ट कार्ड में ट्रांसफर कर गिफ्ट कार्ड के माध्यम से मोबाइल की खरीदी की थी। तकनीकि साधनों से सर्च करते हुए टीम पूना स्तिथ एक मोबाइल शॉप पहुंची और वह से आईफोन बरामद किया। दुकान के सी.सी.टी.वी फुटेज लेने पर ज्ञात हुआ कि दो व्यक्ति आईफोन लेने आये थे जिनके डिटेल दुकान वाले ने जीआरपी भोपाल की टीम को उपलब्ध कराये। संदिग्ध की तलाश करते हुए टीम जिला बारामूला जम्मू एंड कश्मीर जा पहुंची जहां लगातार कार्य करते हुए संदेही फैजान को उसके घर से पकडा और टीम उसे भोपाल लेकर आई जहा पूछताछ मे फैज़ान ने मोबाइल चोरी की घटना को स्वीकारा और बताया कि वह अपने दोस्त शौकत के साथ जो कश्मीर मे ही रहता है और जो घटना दिनांक को राजधानी एक्स. से एसी/2 कोच मे बैंगलौर जा रहे थे।

इस घटना के सम्बन्ध में जीआरपी भोपल टी.आई. ज़ाहिर खान ने द न्यूज़ बिन को फ़ोन पर हुई चर्चा में बताया की “ये दोनों बी.एस.सी. नर्सिंग के स्टूडैंट है और वह अपनी डिग्री व दस्तावेज के सम्बन्ध मे बैंगलौर नर्सिंग कॉलेज मे काम के लिए बंगलौर जा रहे थे। यात्रा के दौरान फैज़ान के साथी शौकत द्वारा यात्री का मोबाईल चोरी किया गया और पैसा भी निकाल लिया गया था। उसी पैसों मे से जो आईफोन फैज़ान के गिफ्ट कार्ड से बुक किया था वह दोनों साथियो फैज़ान और शौकत ने बैंगलौर मे एक दुकान पर बेच दिया था। आरोपी को गिरफ्तार कर उससे करीब 102000 रू जप्त किये गये व एक अन्य फरार आरोपी की तलाश करते हुए दिनांक 13-07-2025 को आरोपी शौकत को भी अभिरक्षा मे लिया गया पूछताछ पर घटना स्वीकारी करते हुए आरोपी शौकत ने बताया कि चुराया हुआ पैसा ऑनलाईन पासवर्ड अनलॉक कर बेटिंग अकाउंट (ऑनलाइन सट्टा) मे डाला था जो बैटिंग मे कई बार हार जीत होने के कारण 218000 रू बचा था जो जीआरपी भोपाल द्वारा आरोपी से जप्त किया गया।
इस प्रकार थाना जीआरपी भोपाल की टीम द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर सायबर फ्रोड व बेटिंग से जुडे इस नवीन प्रकार के अपराध का अपनी कड़ी मेहनत और लगन से त्वरित गति से खुलासा किया गया। इस प्रकार फरियादी का करीब 320000रू. नगदी व चोरी के पैसों से खरीदा गया एक आईफोन 139000रू. का और साथ ही 130000रू बैंक मे फ्रीज कराया तथा इसी क्रम में 50000 रू. शुरूआत मे ही ब्लॉक करवा कर फरियादी के अकाउंट मे वापस पहुंचाया दिया गया था साथ ही फरियादी का 18000रू कीमत का चोरी हुआ मोबाईल भी आरोपी शौकत से बरामद किया है।

इस घटना को सुलझाने में निरीक्षक जहीर खान, सउनि उमाशंकर त्रिपाठी, प्र.आर. 287 मकसूद खान, आरक्षक 373 भूपेन्द्र कुमार चतुर्वेदी,आरक्षक 21 राजेश दांगी, थाना जीआरपी भोपाल आरक्षक 830 कुलदीप, साथ ही सायबर सेल सागर म.प्र. की सराहनीय भूमिका रही।
आये दिन इस प्रकार की छोटी बड़ी घटनाये सामने आती है जिन्हे पुलिस द्वारा सुलझाया जाता है। लेकिन ऐसी ज़्यादातर घटनाओ में व्यक्ति की खुद की अस्वेदनशीलता घटना की वजह बनती है। अक्सर देखने में आता है कि यात्री रेल्वे प्लेटफार्म, वेटिंग हॉल और ट्रैन में अपना कीमती सामान जैसे बैग, मोबाइल, लेपटॉप इत्यादि रख कर बाते करते हुए या इधर उधर घूमते हुए नज़र आते है जिसका फायदा उठा कर चोर माल पर हाथ साफ़ क्र लेते है और अच्छी खासी मशक्कत पुलिस को करना पड़ती है। हलाकि यात्रियों की सुरक्षा और सजगता के लिए रेलवे पुलिस द्वारा सजगता अभियान चलाया जाता है किन्तु यात्रियों को अपने सामान का ख्याल खुद रखना चाहिए जिससे इस प्रकार की किसी भी घटना और सायबर फ्रॉड से बचा जा सके।

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